संवाददाता:- मोहम्मद फैज़ान
बिजनौर। किसानों के सच्चे मसीहा रहे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह विदुर की धरती बिजनौर जनपद से बड़ा नाता रहा है।
उनकी दो बेटियों की शादी बिजनौर जनपद में ही हुई थी। उनकी एक बेटी ज्ञानवती की शादी कोतवाली देहात थाने के गांव हाजीपुर निवासी एसपी सिंह के साथ हुई थी। एसपी सिंह महाराष्ट्र के डीजीपी रह चुके है। एसपी सिंह के पिता ढाल गोपाल सिंह का आदोपुर में भी मकान है। ज्ञानवती ने भी चांदपुर सीट से चुनाव लड़ा था।
दूसरी बेटी शारदा देवी की शादी गांव शादीपुर मिलक निवासी वासुदेव सिंह के साथ हुई। वह अपने पति और बच्चों के साथ अमेरिका में रहती हैं। रालोद के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक चौधरी एवं जिला अध्यक्ष नागेंद्र पवार के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह 1971 में नगीना लोग सभा के चुनाव एवं 1985 में चांदपुर विधानसभा में एक सभा में भाग लेने आए थे। वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह 1973 में गंजदारानगर में विदुर कुटी के सामने लगे गंगा मेले में पार्टी के कैंप में आए थे। पूर्व विधायक चौधरी धर्मवीर सिंह के बेटे कुशल पाल सिंह ने बताया कि बड़े चौधरी वर्ष 1974 में उनके गांव इस्माईलपुर में आवास पर आए थे। बताते है कि चौधरी साहब चुनावों में आते रहते थे।
बेटियों की ससुराल वाले गांवों में मनाया जश्न
कोतवाली देहात। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने की सूचना पर उनकी पुत्री ज्ञानवती देवी के ससुराल वाले ग्राम हाजीपुर में खुशी मनाई गई। ग्राम महेश्वरी जट निवासी लाखन सिंह ढाका चौधरी चरण सिंह के सहपाठी रहे। लाखन सिंह ढाका आगरा विश्वविद्यालय में चौधरी चरण सिंह के सहपाठी रहे। चौधरी चरण सिंह के साथ लाखन सिंह भी स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे। 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान लाखन सिंह ढाका को नगीना में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।